सहजन की खेती करके पैसे कमाए | Sahajan ki kheti ka business

सहजन की खेती, निवेश, मुनाफा, खाद, जगह, वैरायटी, रो मटेरियल, हेल्थ बेनिफिट्स

पिछले 2 सालों से कोरोना की महामारी और लॉक डाउन की वजह से बहुत सारे लोगों का बिजनेस टूट पड़ा है और बहुत सारे लोगों की नौकरी भी छूट गई है। ऐसे में बहुत सारे लोगों ने घर बैठे पैसे कमाने का तरीका भी ढूंढ लिया है। जिन लोगों के पास अपनी खेती की जमीन है वह लोग खेती कर के भी पैसे कमाने लगे हैं। जिनके पास अपनी खेती की जमीन नहीं है वह दूसरों की जमीन भी रेंट पर लेकर उसमें खेती करके अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं।

अगर आपको अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है और आप अपना खुदका बिजनेस शुरू (Start New Business) करना चाहते हैं तो यह आर्टिकल अंत तक पढ़ते रहे। जब आप कोई नया बिजनेस शुरू करते हैं तो आपको ऐसा बिजनेस पसंद करना चाहिए जिस की डिमांड हमेशा बनी रहे।

इस महामारी के काल में बहुत सारे लोगों ने खेती का ऑप्शन पसंद कीया है। खेती में काम करने की वजह से आपकी कमाई भी होगी साथ में आपकी हेल्थ भी अच्छी बनी रहेगी। आज मैं आपको सहजन की खेती (Sahjan farming) करके कैसे पैसे कमा सकते हैं उसकी जानकारी देने की कोशिश करूंगा।

इस लेख को अंग्रेजी में पढ़ें: Earn money by Drumstick (Moringa) farming, Investment and Profit

Earn-money by moringa farming
सहजन की खेती करके कैसे पैसे कमाए

Table of Contents

सहजन क्या है? (What is Sahjan?)

आजकल सहजन की खेती (Sahjan farming) पर लोगों को अपनी तरफ आकर्षित कर रही है। इसका मुख्य कारण है कि सहजन में बहुत सारे लाभकारी गुण होते हैं। साथ में इसकी खेती आसानी से की जा सकती है।

सहजन का वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलेइफेरा (Moringa oleifera) है। इसे अंग्रेजी में ड्रमस्टिक (Drumstick tree) कहते हैं। इसमें बहुत सारे औषधीय गुण होते हैं, साथ में पोषक तत्व भी बहुत सारे होते हैं। इसलिए भारतीय लोग इसकी लंबी लंबी बीज वाली फली की सब्जी बनाकर भी खाते हैं। इसके सभी अंग जैसे की पत्ती, फूल, फल, बीज, डाली, छाल, जड़े, बिज से मिलने वाला तेल आदि में भरपूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं और अलग-अलग औषधि की तरह भी उपयोग में लिए जाते हैं।

सहजन के हेल्थ बेनिफिट्स (Sahjan ke health benefits)

सहजन में बहुत सारे विटामिन, 18 प्रकार के एमिनो एसिड, भरपूर मात्रा में प्रोटीन, बहुत सारे मात्रा में अलग-अलग एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं। साथ में यह पेन किलर की तरह भी काम करता है। सहजन के अच्छे स्वास्थ्य लाभ कुछ इस प्रकार है।

  • सहजन के पत्ते में मेंथॉल अर्क पाया जाता है, जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसिलिए सहजन में anti-diabetic गुण भी पाया जाता है।
  • सहजन के बीज में से ऑयल निकलता है जो जॉइंट के दर्द में राहत देता है।
  • सहजन में ग्लुटामिक एसिड पाया जाता है जो अमोनिया के दुष्प्रभाव को रोकता है। साथ में उसमें बहुत सारे एक्टिव न्यूरोट्रांसमीटर तत्व भी होते हैं, जो हमारी मेमोरी और एकाग्रता को बढ़ाता है।
  • सहजन शुक्राणु को बढ़ाने में मदद करता है। इसी तरह वह प्रजनन शक्ति बढ़ाने के लिए भी उपयोगी है।
  • सहजन में हमारी चमड़ी को शुद्ध करने एवं रेजुवेनेट (rejuvenate) करने का भी गुण है। इसलिए वह चेहरे के मुहासों (acne) को दूर करने के लिए भी उपयोगी है।
  • सहजन हमारे शरीर की अलग-अलग टिशू के विकास में भी मदद करता है।
  • सहजन कृमि नाशक की तरह दी काम करता है।
  • सहजन में बहुत सारे प्रोटीन, विटामिन, मिनरल, एंटी ऑक्सीडेंट होने की वजह से हेल्थी प्रेगनेंसी में भी लाभदायक है।

सहजन की खेती कैसे करें? (Sahjan ki kheti kaise kare?)

सहजन की खेती के लिए मैंने पूरी जानकारी यहां पर दि है।

सहजन की खेती के लिए जमीन (sahjan ki kheti ke liye jamin)

सहजन की खेती के लिए आपको बड़ी जमीन के टुकड़े की जरूरत नहीं है। अगर आपके पास ज्यादा जमीन है तो उसके कुछ भाग में सहजन की खेती कर सकते हैं और अन्य भाग में अन्य फसल लगा सकते हैं। आपको बता दें कि 1 एकड़ जमीन यानी कि करीबन ढाई बीघा जमीन में सहजन के 500 से 550 पौधे लगाए जाते हैं। इनके क्यारीयों की दूरी 12 फीट की होती है और पौधो के बिच की दूरी 7 फीट रखी जाती है।

सहजन की खेती के लिए जगह की पसंदगी (Sahjan ki kheti ke liye jagah ki pasandagi)

सहजन के पेड़ ठंडी जगह पर अच्छी तरह से विकसित नहीं हो पाते। इसलिए आपको इनकी खेती गर्म स्थान पर करनी पड़ेगी। क्योंकि इस इनके फूल 25 से 30 डिग्री सेल्सियस के तापमान में अच्छी तरह से खिलते हैं। साथ में जमीन की मिट्टी सुखी या चिकनी रेत वाली हो तो इसके पेड़ अच्छी तरह से विकसित होते हैं। इसका पौधा अम्लीय मिट्टी एवं काली मिट्टी में भी अच्छी तरह से बढ़ सकता है। इसके पेड़ की उम्र करीबन 10 साल की होती है।

सहजन की अच्छी किस्में (Sahjan ki kisme)

साजन की अच्छी किस्में उपलब्ध है जैसे कि पी.के.एम.-1, पी.के.एम.-2, कोयंबटूर-1, कोयंबटूर-2 और ज्योति-1, आदि।

सहजन की खेती के लिए खाद (Sahjan ki kheti ke liye khad)

अगर आप सहजन की जैविक खेती करना चाहते हैं तो कुछ इस तरह के खाद की आवश्यकता आपको पड़ेगी।

  • वर्मी कंपोस्ट: इस खाद को आप अपने आप भी बना सकते हैं। इस से आपका निवेश बचेगा।
  • सहजन में फ़ुग का इंफेक्शन भी आ सकता है। इसके लिए आप ट्राइकोडरमा पाउडर उपयोग में लेगें। यह हानिकारक फ़ुग को दूर करता है।
  • नीम की खली कीटनाशक का काम करती है। इसे जमीन में डालने से मौजूद कीट के अंडे नष्ट हो जाते हैं।
  • जमीन में जिप्सम डालने से आपकी जमीन हवादार होकर उसकी कंडीशन पौधो के लिये अच्छी हो जाती है।

सहजन की खेती के लिए रो मटेरियल (Sahjan ki kheti ke liye raw materials)

सहजन की खेती के लिए आपको उनके बीज की जरूरत होगी जो आप एग्रीकल्चर की दुकान से खरीद कर सकते हैं। आप इसके पौधे भी नर्सरी से खरीद सकते हैं लेकिन वह आपको महंगे पड़ेंगे। इसके बाद जमीन में खड्डे करने के लिए औजारों की जरूरत पड़ती है और वह भी अपने एरिया के एग्रीकल्चर दुकान या एग्रीकल्चर हार्डवेयर की दुकान से मिल जाएंगे। सिंचाई के लिए आपको मोटर की आवश्यकता पड़ेगी। वह आप इलेक्ट्रिकल दुकान से मंगा सकते हैं या फिर ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। अगर आपके एरिया मे इलेक्ट्रिसिटी की सुविधा नहीं है तो आपको डीजल से चलने वाली मशीन सिंचाई के लिए होती खरीदनी पड़ेगी।

सहजन की रोपाई (Sahjan ki ropaai)

सहजन की खेती के लिए आपको उनके बीज के रोपाई की जरूरत होती है। 1 एकड़ जमीन में करीबन 6 से 7 किलो बीज की आवश्यकता पड़ती है। सहजन का बीज लगाने के लिए आपको करीबन एक से डेढ़ फीट गहरा खड्डा बनाना होगा। सहजन के बीज की रोपाई अपने हाथ से ही कर देनी है। बाद में मिट्टी लगाने के बाद उसमें तुरंत पानी की व्यवस्था होनी चाहिए। पहला बीज रोकने के बाद तुरंत उस पर सिंचाई कर दें। उसके बाद 15 दिनों के बाद पौधा जमीन से बाहर निकल आता है तब आपको दूसरी सिंचाई की जरूरत होगी। इसके बाद होने वाली सिंचाई आप अपने जमीन के अनुसार एवं आपके स्थल के जलवायु के अनुसार करनी होगी। सहजन की खेती के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती है।

तैयार सहजन की कटाई का समय (Sahjan ki kataai ka samay)

सहजन के अलग-अलग अंग अलग-अलग उपयोग में लिए जाते हैं। अगर हम इसके पत्तों की कटाई की बात करें तो इसके पतों की खेती में 3 महीने के अंतराल में इसकी कटाई होती है। इसी तरह 1 साल में चार बार इसकी कटाई होती है।

अगर हम इस की फली की बात करें तो इसकी फली कोमल हो तब इसकी सब्जी अच्छी बनती है और कोमल फली को तब ही उसकी कटाई करना सही रहेगा। अगर इस की फली ज्यादा बुढ़ी और कडक हो जाती है तो इसकी सब्जी अच्छी नहीं बनती है और आपको इसके पैसे भी अच्छे नहीं मिलेंगे।

सहजन की खेती के लिये आवश्यक लाइसेंस (Sahjan ki kheti ke liye licence)

सहजन की खेती मैं आपको कोई लाइसेंस लेने की आवश्यकता नहीं है अगर आप इसे अपने स्थानीय मार्केट में ही बेचते हैं। अगर आप इसे विदेशों में भी निर्यात करना चाहते हैं तो आपको इंटरनेशनल ट्रेड लाइसेंस लेना होगा। इसकी ज्यादा जानकारी आप अपने स्थानीय अधिकारियों से मिल सकती है।

सहजन की खेती में लागत (Sahjan ki kheti me nivesh)

सहजन की खेती आप अकेले ही कर सकते हैं। इसमें ज्यादा लागत की जरूरत नहीं होती है। जो लागत होती है वह ज्यादातर सहजन के बीज खरीदने के लिए होती है। अगर आप वर्मी कंपोस्ट खाद अपने आप बनाते हैं तो लागत कम आएगी। बाकी खाद मिलाकर आपको 60 से 80 हजार रुपये तक का निवेश हो सकता है और एक बार सहजन का पेड़ अच्छी तरह से लग गया तो वह आपको 4 साल तक मुनाफा देता रहेगा।

अगर हम इसकी लागत की बात करें तो पहले साल आपको जमीन तैयार करने के लिए ₹5000, खाद के लिए ₹20000, बीज के लिए ₹13000, बुवाई के लिए ₹5000, सिंचाई और बिजली के बिल के लिए ₹25000, कटाई के करीबन ₹3000, ऐसे सब मिलाकर पहले साल आपको करीबन ₹80000 तक लग सकते हैं।

फिर दूसरे साल आपको सिर्फ खाद का पैसा लगेगा जो ₹10000 तक होगा और 10000 रुपए अन्य खर्च के मिलाकर कुल हर साल ₹20000 तक का खर्चा आ सकता है।

सहजन की खेती से कमाई एवं प्रॉफिट (Sahjan ki kheti me profit)

सहजन के पेड़ के अलग-अलग अंगो की मार्केट में अलग-अलग मांग होती है। 1 एकड़ जमीन से करीबन सालाना 1 लाख से ज्यादा रुपये सिर्फ उन के पत्ते बेचकर ही कमा सकते हैं अगर आप सिर्फ सहजन के पत्ते लगाकर कमाई करना चाहते हैं तो। मान ले कि पहले साल सूखे पत्ते कुल 2400 किलोग्राम आए हैं और 1 किलो का भाव 50 रुपये है, तो आपको 1 लाख 20 हजार रुपये की कमाई होगी और ऐसी कमाई आपको 4 से 5 साल तक होती है।

इसके अलावा सहजन को बेचकर आप सालाना 1 लाख रुपये तक भी कमा सकते हैं। इसके बीज से तेल भी निकलता है और इसे बेचकर भी आप पैसे कमा सकते हैं।

सहजन की खेती में जोखिम (Sahjan ki kheti me zokhim)

सहजन की खेती में बहुत ज्यादा जोखिम नहीं होता है। उसके पत्तों में कुछ कीट पड़ जाते हैं। लेकिन उसे आप आसानी से कीटनाशक दवाईया से दूर कर सकते हैं। अगर सहजन अच्छी तरह विकसित हो जाए तो वह आपको 4 साल तक कमाई देता रहेगा और साथ में आप कुछ अंतर पर अन्य फसल भी लगा सकते हैं।

FAQs

क्या सहजन की खेती के लिए सरकार सब्सिडी देती है?

यह आपके राज्य पर निर्भर करता है। अलग अलग राज्य की सरकारें अलग अलग समय पर सब्सिडी लाती रहती है। गत वर्ष बिहार सरकार सहजन की खेती के लिए सब्सिडी दे रही थी। इसमें प्रति हेक्टर इकाई की लागत का 50% रुपये दो किस्तों में सरकार दे रही थी। हालांकि यह सब्सिडी अभी शुरू है कि नहीं वह आपको वहां के अधिकारियों से पूछताछ करनी होगी।

सहजन के पौधे कब नहीं लगाने चाहिए?

आप साल भर में कभी भी आप सहजन के पौधे लगा सकते हैं। लेकिन जब ज्यादा बारिश और ज्यादा ठंड हो तब इसके पौधे नहीं लगाने चाहिए। इसके पौधे बीज द्वारा उगाए जाते हैं।

क्या सहजन के बीज का उपचार करना फायदेमंद होता है?

जी हां, सहजन के बीज बाहर से बहुत कठिन होते हैं। अगर इसे लगाने से पहले इसका उपचार किया जाए तो वह फायदेमंद रहेगा। इसके उपचार से इसके अंकुरण की प्रक्रिया आसान हो जाती है और साथ में बीज को हानिकारक जंतुओं से भी मुक्त किया जा सकता है।

क्या सहजन के पेड़ के साथ अन्य फसल हो सकती है?

जी हां, बहुत सारे किसान सहजन के पेड़ के साथ अन्य औषधीय पौधे जैसे कि अश्वगंधा, तुलसी, हल्दी, स्टीविया, सफेद मुसली वगैरह फसल लगाते हैं।

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