Aerosol banana ka business idea in Hindi – Investment, Profit, Raw materials, Machinery, Electricity connection, Registration and license
नई पीढ़ी कई तरह के अलग-अलग नए बिजनेस आइडियाज ढूंढते रहती है और ऐसे नए बिजनेस शुरू करके वह लाखों रुपए कमाना चाहती है। लॉक डाउन की वजह से भी बहुत सारे लोगों की नौकरी चली गई है और वह भी कुछ ऐसे नया बिजनेस की तलाश में है जो उसे अच्छा खासा मुनाफा कमा कर दे। ऐसे में हम आपके लिए एक बिजनेस आइडिया लेकर आए हैं और वह है एरोसॉल बनाने का व्यवसाय।
इस लेख को अंग्रेजी में पढ़ें: How to start aerosol making business?
एरोसॉल क्या है? (What is Aerosol?)
आज की नई पीढ़ी नए नए प्रोडक्ट को इस्तेमाल करती रहती है। खासकर इजी-टू-यूज प्रोडक्ट्स बहुत पसंद किये जा रहे है। इसमें एरोसॉल स्प्रे का भी समावेश होता है।
हम एरोसॉल की बात करें तो उसमें लिक्विड मटेरियल को प्रोपेलंट गैस के साथ किसी मेटल या ग्लास की बोतल में हाई प्रेशर के साथ पैक किया जाता है। जिसे जरूरत पड़ने पर spray या foam की तरह उपयोग में लिया जाता है। वर्तमान में इसका उपयोग डिओडरेंट, पेन किलर स्प्रे और सैनिटाइजर की तरह अच्छा खासा उपयोग में लिया जा रहा है।
फार्मास्यूटिकल और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री में इसकी डिमांड लगातार बढ़ रही है। ऐसे में आप भी एरोजोल बनाने का व्यवसाय करके एक सफल बिजनेसमैन बन सकते हैं। इसका बिजनेस कैसे करें इसकी पूरी जानकारी किस लेख में दी है।
एरोसॉल के बिजनेस के लिए रॉ मैटेरियल (Aerosol ke business ke liye raw materials)
एरोसॉल बनाने के लिए आपको कूछ के रॉ मैटेरियल चाहिए जैसे कि
- अल्कोहल
- सिंथेटिक फ्रेगरेंस
- प्रोपेलंट
- Triclosan
- एल्युमिनियम कंपाउंड एंड सोल्ट
- एरोसोल को भरने के लिए बोतल
- एरोसॉल वाल्व
- एरोसॉल के बोतल के ढक्कन
- एरोसॉल स्प्रे एक्चुएटर वगैरह
एरोसॉल के बिजनेस के लिए मशीनरी (Aerosol ke business ke liye machinery)
इन रो मटेरियल में से एरोसॉल स्प्रे बनाने के लिए आपको कुछ मशीनरी की भी आवश्यकता होगी जिसकी लिस्ट यहां पर है।
- हाय शियर बेच मिक्सर
- कैन फीडिंग कन्वेयर
- एरोसॉल लिक्विड फिलिंग मशीन
- एरोसॉल प्रोपेलेंट फिलिंग मशीन
- एक्चुएटर सोर्टर फीडर एंड प्रेसिंग मशीन
- कैप सोर्टर फीडर एंड प्रेसिंग मशीन
- स्लेट चैन कन्वेयर
- बैच कोडिंग मशीन
- टनेल श्रिंक रैपिंग मशीन
- न्यूमेटिक पंप
- लिक्विड स्टोरेज टैंक
एरोसॉल कैसे बनाया जाता है? (Aerosol kaise banaya jata hai)
एरोसोल बनाने की प्रक्रिया को यहाँ संक्षेप में समझाया गया है।
- एरोसॉल बनाने के लिए सबसे पहले जरूरी रॉ मैटेरियल जैसे कि अल्कोहल, सिंथेटिक फ्रेगरेंस, ट्राईक्लोसन और एल्युमिनियम सोल्ट आदि को बेच मिक्सर में एक निश्चित अनुपात में मिक्स किया जाता है। इस स्टेप में आप अलग-अलग रो मटेरियल कंपोजीशन को मिक्स करके तरह-तरह के एरोसॉल उत्पाद बना सकते हैं जैसे कि डिओडरेंट, रूम फ्रेशनर, सेनीटाइजर स्प्रे वगेरह।
- इसके बाद कैन फीलिंग के लिए लिक्विड सॉल्यूशन और गैस प्रोपेलेंट को मशीन में भरा जाता है।
- इसके बाद एरोसॉल बोतल को कनवेयर पर फिट किया जाता है। जहां पर सबसे पहले बोतल में लिक्विड सलूशन जरूरी मात्रा में भरा जाता है।
- सॉल्यूशन भरने के बाद उस बोतल पर वाल्व को मशीन द्वारा लगाया जाता है, जिससे बोतल का ऊपरी हिस्सा सील हो जाता है।
- इसके बाद इस बोतल में गैस भरी जाती है और बाद में कनवेयर पर एक्चुएटर को फिट किया जाता है।
- इसके बाद मशीन द्वारा ढक्कन लगाए जाने के बाद इसकी क्वालिटी चेकिंग होती है। बाद में बेच कोडिंग मशीन की मदद से इस बोतल के ऊपर जरूरी डिटेल जैसे की कीमत, मैन्युफैक्चरिंग डेट, एक्सपायरी डेट आदि प्रिंट करके जरूरी मात्रा में श्रिंक रेप किया जाता है।
- अंत में इसे बॉक्स में पैक करके मार्केट में बेचने के लिए भेज दिया जाता है।
एरोसॉल के बिजनेस के लिए जगह (Aerosol ke business ke liye Location)
बड़े स्केल पर इस बिजनेस को शुरू करने के लिए करीबन 12000 से 15000 स्क्वेयर फीट जगह की आपको जरूरत होगी। ऐसे प्लांट में करीबन रोजाना ही 70000 से 72000 एरोसॉल बोतल प्रतिदिन तैयार हो सकती है। लेकिन आप इसे छोटे स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो कम से कम 3000 से 4000 स्क्वेयर फीट जगह की जरूरत होगी।
एरोसॉल के बिजनेस के लिए बिजली (Aerosol ke business ke liye electricity)
इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए 200 किलोवाट लोड वाली इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन की जरूरत होगी। इसके अलावा सेमी ऑटोमेटिक मशीनों के लिए 30 से 35 किलोवाट पावर लोड कनेक्शन की भी जरूरत होगी।
एरोसॉल के बिजनेस के लिए कर्मचारी (Aerosol ke business ke liye karmchari)
इस व्यवसाय को चलाने के लिए आपको कम से कम 7 से 8 वर्कर की भी जरूरत होगी। जिसमें स्किल्ड और नॉन स्किल्ड वर्कर, सुपरवाइजर और अकाउंटेंट भी शामिल होगे।
एरोसॉल के बिजनेस के लिए निवेश और मुनाफा (Aerosol ke business me nivesh aur munafa)
एरोसॉल व्यवसाय को प्रारंभिक स्तर पर सेमी ऑटोमेटिक प्लांट मशीनरी के साथ शुरू करने के लिए करीबन 30 से 35 लाख रुपए का निवेश होगा और इसके माध्यम से आप 15 से 20% तक का मुनाफा कमा सकते हैं। यहां पर दी गई जानकारी आपके प्लांट की साइज, आपके उत्पादों के प्रकार, मार्केट एरिया आदि चीजों पर निर्भर करती है। इस व्यवसाय के लिए आप राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी और ग्रांट का भी फायदा उठा सकते हैं।
एरोसॉल के बिजनेस के लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन (Aerosol ke business ka license)
इस व्यवसाय में आपको जरूरी लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कराने की भी जरूरत होगी। जिसमें जीएसटी, उद्यम रजिस्ट्रेशन, कॉस्मेटिक एवं ड्रग कंट्रोल बोर्ड से लाइसेंस, फैक्ट्री लाइसेंस, फायर एंड पॉल्यूशन बोर्ड से एनओसी आदि शामिल है। ज्यादा जानकारी के लिए आप स्थानीय अधिकारियों से पूछताछ करके माहिती एकत्र कर सकते हैं।
एरोसॉल के बिजनेस के लिए मार्केटिंग (Aerosol ke business ke liye marketing)
अपने एरोसॉल के व्यवसाय को ब्रांड बिजनेस बनाने के लिए उत्पादों की क्वालिटी एवं मार्केटिंग बहुत जरूरी है। आप मार्केटिंग के लिए फेसबुक, यूट्यूब, वेबसाइट आदि पर ऑनलाइन ऐड चला सकते हैं। साथ में टीवी ऐड भी रन कर सकते हैं। शुरू शुरू में आप अपनी प्रोडक्ट्स पर अच्छी स्कीम रख सकते हैं।