बेबी वॉकर खिलौने का बिजनेस कैसे शुरू करें | Baby Walker Toy manufacturing business kaise kare

Baby Walker manufacturing business idea – Nivesh aur munafa, Raw materials, Process, Machinery, Location, Production capacity, Electricity

जीवन का सबसे हसीन समय बचपन होता है और मां बाप अपने बच्चों के बचपन का भरपूर आनंद लेना चाहते हैं। बच्चों को सबसे ज्यादा खिलौना पसंद होता है और उसे खिलौनों से खेलते देखकर हम भी आनंदित हो जाते हैं। कहते हैं कि हर मां बाप अपने बच्चों की बचपन की शरारत में अपने बचपन को फिर से जी लेते है। जब भी अपने बच्चों को खिलौनों से खेलते देखते हैं तो उनकी मुस्कान, बेबी वॉकर को पकड़कर धीरे धीरे चलते हुए उनके छोटे-छोटे पैरों की आहट यह सब देखना हर मां बाप के लिए खुशी का पल होता है।

बच्चों को खिलौने दिल से प्यारे होते हैं और वह खिलौनों से घंटों तक खेलते रहते हैं। बेबी वॉकर, बेबी साइकल और बेबी टॉयज बचपन की खट्टी मीठी पलों का हिस्सा बन जाते हैं।

आज फिर से हम इस लेख के माध्यम से बेबी टॉयज खासकर बेबी वॉकर का बिजनेस आप कैसे शुरू कर सकते हैं उनकी जानकारी लेकर आए हैं। बच्चों के खिलौना का व्यवसाय का भारत में अभी बहुत बड़ा स्कोप और उज्जवल भविष्य भी है। खासकर हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी भी इस पूरी इंडस्ट्री को प्रोत्साहित कर रहे हैं।

इस लेख को अंग्रेजी में पढ़ें: How to start a baby walker toy manufacturing business?

baby walker khilauna business kaise shurukare
बेबी वॉकर बनाने का बिजनेस कैसे शुरू करें

बेबी वॉकर बनाने के लिए जरूरी रो मटेरियल (Raw materials)

अलग-अलग तरह के रो मटेरियल से अलग-अलग प्रकार के बच्चों के खिलौने बनते हैं। इसलिए इसमें कौन सा रो मटेरियल उपयोग में होगा यह आप के खिलौनों की वैरायटी पर भी निर्भर करता है। बेबी वॉकर में मुख्य तौर पर जोर रो मटेरियल आपको चाहिए उसकी लिस्ट यहां पर है।

  • फूड ग्रेड पीपी पेलेट्स
  • स्टील पाइप
  • क्लॉथ फैब्रिक
  • रिवेट
  • स्क्रू ओर नट्स
  • स्टीकर और पैकेजिंग मैटेरियल, आदी

बेबी वॉकर बनाने के लिए मशीनरी एवं इक्विपमेंट (Machinary and equipment)

सभी रो मटेरियल से खिलौना बनाने के लिए अलग-अलग अलग-अलग मशीनें और टूल्स की भी जरूरत होगी। इनकी यादी यहां पर है।

  • इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन
  • पाइप बेंडिंग मशीन
  • रिवेटिंग मशीन
  • होल प्रेस मशीन
  • मोल्ड एंड डाई
  • क्रेन ओवरहेड
  • कंप्रेसर
  • टॉर्क गन
  • टेस्टिंग मशीन
  • इनके अलावा ऑफिस इक्विपमेंट और फर्नीचर की भी जरूरत होगी।

बेबी वॉकर कैसे बनाया जाता है? (Baby walker kaise banaya jata hai?)

बेबी वॉकर को स्टील पाइप और प्लास्टिक के ढांचे को योग्य रूप मे असेंबल करके बनाया जाता है। इसके लिए जरूरी रो मटेरियल को ऑथराइज वेंडर से खरीद ले।

सबसे पहले प्लास्टिक पार्ट्स को बनाने के लिए जरूरी आकार के डाई को ऑथराइज वेंडर से खरीदा जाता है। अब इस डाई को इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन में प्रीसाइज लोकेशन पर माउंट किया जाता है। अब मशीन ऑपरेटर द्वारा पीपी ग्रेन्यूल्स को मशीन में भरा जाता है जहां से यह बैरल में पिघलकर सेमीसॉलि़ड आकार में तैयार हो जाता है। जिसे ठंडा करके मशीन से बाहर निकाला जाता है।

अब इन पार्ट्स की क्वालिटी टेस्टिंग की जाती है। एक्सेस और रनर लाइंस को च्प्पू की मदद से हाथों से दूर किया जाता है।

अब कुछ बेबी वॉकर के साथ जोड़े जाने वाले प्लास्टिक पार्ट्स जैसे कि वॉकर व्हील, डेकोरेटिव टॉयज जिसे वॉकर के साथ सहायक पार्ट्स के तौर पर उपयोग में लिया जाता है उसे स्क्रू और नट की सहायता से असेंबल किया जाता है।

उसके बाद स्टील पाइप को बेंडिंग मशीन की मदद से निश्चित आकार में मोड़ा जाएगा और उसके बाद इस पाइप पर हॉल पंचिंग मशीन की मदद से इच्छित जगह पर छेद किया जाता है। अब स्टील पाइप की पेंटिंग और पॉलिशिंग की जाती है।

उसके बाद इस पाइप में मूवेबल पार्ट्स जैसे कि पहिये आदि को रिवेटिंग मशीन की सहायता से जोड़ा जाता है।

इसके बाद स्टील पाइप और अन्य प्लास्टिक पार्ट्स को जोड़कर हमारा सेमीफिनिश्ड प्रोडक्ट तैयार हो जाता है।

इसके बाद इस उत्पादों की क्वालिटी टेस्टिंग जरूरी मापदंडों के साथ की जाती है। फाइनल प्रोडक्ट को पैकेजिंग बॉक्स में पैक करके मार्केट में बेचने के लिए सप्लाई कर दिया जाता है।

टॉयज यूनिट की प्रोडक्शन कैपेसिटी और जगह (Unit capacity aur Jagah)

अगर आप इस व्यवसाय को बड़े स्तर पर शुरू करते हैं तो आपको करीबन 15000 से 20000 स्क्वेयर फीट जगह की जरूरत होगी। ऐसे बड़े यूनिट की कैपेसिटी की बात करें तो ऐसे यूनिट से आप प्रतिदिन करीबन 800 बेबी वॉकर बना सकते हैं। इस जगह के मैनेजमेंट की बात करें तो प्रोडक्शन एरिया करीबन 8000 से 10000 स्क्वेयर फीट, रो मटेरियल स्टोरेज के लिए 2500 से 3000 स्क्वेयर फीट, खिलौना स्टोर करने के लिए 2000 से 3000 स्क्वेयर फीट एरिया की जरूरत होगी जिसमें एडमिनिस्ट्रेटिव एरिया भी शामिल है।

आप इस बिजनेस को छोटे स्तर पर भी शुरू कर सकते हैं जिसमें आप प्रतिदिन 170 से लेकर 200 वॉकर बना सकते हैं। ऐसी यूनिट बनाने के लिए करीबन 3500 से 4000 स्क्वेयर फीट जगह की जरूरत होगी।

कर्मचारी (Workers)

आपको इस व्यवसाय को सफलतापूर्वक चलाने के लिए करीब 30 से 35 वर्कर की जरूरत होगी। जिसमें 8 से 10 कुशल श्रमिक, 15 से 20 अकुशल श्रमिक, एक से दो टेक्निशियन, सुपरवाइजर और अकाउंटेंट भी शामिल है। कर्मचारी की जरूरत आपकी यूनिट की प्रोडक्शन कैपेसिटी पर भी निर्भर करती है।

इलेक्ट्रिसिटी कनेक्शन (Electricity connection)

आपको इस व्यवसाय को चलाने के लिए 60 से 70 किलोवाट लोड वाली बिजली कनेक्शन की आवश्यकता होगी। अगर आप अपना यूनिट छोटे स्तर पर खड़ा करना चाहते हैं तो करीबन 30 से 35 किलोवाट बिजली लोड की जरूरत होगी।

निवेश (Investment)

बड़े स्केल पर जहां पर प्रतिदिन 800 बेबी वॉकर बनते हैं उसमें आपको करीबन 2 से 3 करोड रुपये का निवेश होगा। अगर छोटे स्तर पर आप इस व्यवसाय को शुरू करते हो तो आपको करीबन 30 से 35 लाख रुपए की लागत लगेगी।

मुनाफा (Profit)

आप इस व्यवसाय से करीबन 14 से 18% तक का मुनाफा कमा सकते हैं।

लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन (Licence aur Registration)

आपको यह बिजनेस शुरू करने के लिए कुछ लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन करने की भी जरूरत होगी। जैसे कि जीएसटी, उद्योग रजिस्ट्रेशन, फैक्ट्री लाइसेंस, पोलूशन और कंट्रोल बोर्ड से एनओसी, बीआईएस (BIS) आदी। रजिस्ट्रेशन की अधिक जानकारी के लिए आप अपने एरिया के अधिकारियों का भी संपर्क अवश्य करें।

सब्सिडी और लोन (Subsidy aur Loan)

अगर आप इस व्यवसाय को एमएसएमई के तले रजिस्टर करते हैं तो आपको लोन भी आसानी से और शायद कम ब्याज दर पर भी मिल सकती है। इसके अलावा समय-समय पर केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी और ग्रांट भी दी जाती है। इसका लाभ उठा सकते हैं।

मार्केटिंग (Marketing)

इस व्यवसाय की मार्केटिंग आप ऑनलाइन भी कर सकते हैं। लेकिन आप को सबसे अधिक फायदेमंद यही रहेगा कि आप अपने राज्य के रिटेल सेलर्स का ज्यादा संपर्क बनाए और राष्ट्रीय स्तर पर भी आप अपनी फ्रेंचाइजी खड़ी करें या फिर अपना रिटेल सेलर्स का नेटवर्क बढाए।

FAQs

प्लास्टिक के खिलौने का व्यवसाय कैसे शुरू करें?

आप जैसे भी प्लास्टिक के खिलौने बनाना चाहते हैं जैसे कि पीवीसी, एबीएस, एसटीपीई आदि उस रो मटेरियल की ग्रेन्यूल्स आपको खरीदनी होगी। बाद में अपने खिलौने के डिजाइन और आकार के आधार पर इसे इंजेक्शन मोल्डिंग मशीन में डालकर तैयार किया जाता है। बाकी सारी प्रक्रिया की जानकारी ऊपर लेख में दी गई है जिसे आप पढ़ सकते हैं।

बेबी वॉकर बेचकर कितना प्रॉफिट कमाया जा सकता है?

आप 14% से लेकर 20% तक का प्रॉफिट बेबी वॉकर के व्यवसाय से एक कमा सकते हैं।

बेबी वॉकर बनाने के पूरे प्लांट इंस्टॉलेशन में कितना खर्चा लगेगा?

बड़े स्तर पर इस प्लांट को इंस्टॉल करने पर आपको 2 से 3 करोड रुपए का खर्चा आ सकता है और छोटे स्तर पर यह व्यवसाय 30 से 35 लाख रुपए में शुरू हो सकता है। अगर आप अधिक जानकारी चाहते हैं तो आप ऐसे एक प्लांट की विजिट अवश्य करें, जिससे आपको इस व्यवसाय की अच्छी तरह से पहचान हो सके।

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