बासी फूलों से अगरबत्ती बनाने का बिजनेस | Basi phool ka business

बासी फूलों से अगरबत्ती बनाने का बिजनेस, लाभ और नुकसान, निवेश, रजिस्ट्रेशन, लाइसेंस Basi phool se Agarbatiya banane ka business.

भारत के लोगों को भगवान में पूरे दिल से आस्था है और विभिन्न जाति के लोग अपने भगवान को पूरी श्रद्धा से पूजते हैं। भगवान के पूजन में विविध प्रकार की वस्तुएं उपयोग में ली जाती है जैसे कि अगरबत्ती, श्रीफल (नारियल), फूल वगैरह।

इन सभी वस्तुओं में फूल एक ऐसी पूजा सामग्री है जो दो-तीन दिन तक ताजा रहती है। फिर जब वे मुरझा जाते हैं तब उसे हम कचरे के डिब्बे में फेंक देते हैं। हमारे देश में हर रोज ऐसे कई हजारों टन बासी फूल इकट्ठे होते हैं। ऐसे फूल पर्यावरण को प्रदूषित करते हैं। अगर वे फूल नदी में फेंके जाए तो नदी को भी प्रदूषित करते हैं। क्योंकि फूलों में पाए जाने वाला आर्सेनिक, लेड, कैडमियम और जंतु नाशक एवं पेस्टिसाइड दवाइयां नदी के पानी को प्रदूषित करती है।

लेकिन आपने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि कचरे के डिब्बे में जाने वाले फूल किसी के लिए बिजनेस बन जाएगा (Stale flowers business) और इन्हीं बासी फूलों से करोड़ों रुपए कमाते (karodo rupaye kamaye) होगे। यकीन नहीं होता ना! पर यह सच है। मैं एक ऐसे व्यक्ति की बात कर रहा हूं जिन्होंने बासी फूलो को इकट्ठे करके उनमें से अगरबत्ती बनाकर बेचते हैं। जी हां, उस व्यक्ति का नाम है अंकित अग्रवाल और उन्होंने अपनी जो स्टार्टअप कंपनी बनाई है उनका नाम है “फूल” (Phool). तो आज हम आपको बासी फूलों के उनके बिजनेस के बारे में और आप भी बासी फूलों से अगरबत्तीयां बनाकर (basi phool ka vyapar) कैसे व्यापार कर सकते हैं, उनके बारे में बात करेंगे।

इस लेख को अंग्रेजी में पढ़ें: How to start a business of making incense sticks from stale flowers?

incense stick making business from waste flowers
Kachre me feke phoolo se banati hai Agarbatiya

Table of Contents

बासी फूलों से अगरबत्ती कैसे बनती है?

(Basi phoolo se agarbati kaise banati hai?)

सबसे पहले बासी फूल या फिर कचरे में फेंके जाने वाले फूलों को इकट्ठा किया जाता है। ऐसे बासी फुल पाने के मुख्य स्रोत है बड़े प्रख्यात मंदिर, नदियों की पूजा खासकर हमारे देश में गंगा की पूजा का स्थल, वगैरे।

फिर इस फूलों में से धागे, प्लास्टिक, कागज और अन्य अनावश्यक वस्तुएं हटाई जाती है। बाद में इन फूलों की हर पत्तियों को अलग-अलग कर उन्हें सुखाया जाता है। पतिया बिल्कुल सूख जाने के बाद उनका पाउडर बनाया जाता है। बाद में इन पाउडर में पानी, एसेंशियल ऑयल और अन्य इन्ग्रेदीयंट डालकर बराबर मिक्स किया जाता है और इस तरह तैयार हुए माटी जैसे मिक्ष्सर से बनती है ऑर्गेनिक अगरबत्तीयां।

बासी फूलों में से पेस्टिसाइड को कैसे दूर करें?

(Basi phoolo me se pesticide ko kaise door kare?)

सबसे पहले जो भी फूल इकट्ठे किए गए हैं उनमें से धागे, प्लास्टिक और कागज जैसे बिन जरूरी वस्तुएं हटाई जाती है। बाद में इन फूलों पर फ्लावरिंग बायोलॉजिकल कल्चर (Flowering biological culture) का छिड़काव किया जाता है। 1 टन फूलों के लिए 1 लीटर बायोलॉजिकल कल्चर की जरूरत पड़ती है। यह कल्चर मुख्य तौर पर आईपी तत्व और फॉर्मूलेशन होते हैं। जैसे कि जामुन जो फ्लोराइड और लेड को हटा देता है। अलग-अलग प्रकार के स्प्रे ऑर्गेनोफॉस्फेट, पेस्टिसाइड और जंतुनाशको को हटाकर पर्पल कलर का अवशेष बाकी रहता है, जिसे बाद में धोकर हटाया जाता है। इस तरह से शुद्ध किए गए फूलो को धूप, साबुन और ऑर्गेनिक खाद बनाने के लिए उपयोग में लिया जाता है। जो पानी निकलता है उसे संग्रहित कर के उस से खाद (vermicompost) बनाने के लिए उपयोग में लिया जाता है।

सामान्य अगरबत्ती और बासी फूलो कि अगरबत्ती में क्या फर्क है?

(Samany agarbati aur basi phool ki agarbati me kya fark hai?)

हम जो अगरबत्ती उपयोग में लेते हैं वह ऑर्डिनरी अगरबत्ती है और बासी फूलो की अगरबत्ती जो “फूल कंपनी” बना रही है वह बिल्कुल नया कंसेप्ट है। तो चलिए देखते हैं की इन दोनों में क्या फर्क है।

सामान्य अगरबत्ती मशीन की मदद से बनती है और बासी फूलो की अगरबतिया हैंड क्राफ्टेड है, यानी हाथों से बनाई जाती है। इसलिए यहां पर कई सारी महिलाओं को रोजगार भी मिलता है।

सामान्य अगरबतिया में आर्टिफिशियल तत्व और सुगंध होती है और फूल की अगरबत्ती सभी ऑर्गेनिक तत्वों से बनती है।

सामान्य अगरबती चारकोल से बनती है और फुल की अगरबत्ती चारकोल फ्री होती है।

सामान्य अगरबत्ती से सल्फर जैसे नुकसानदायक धुएँ निकलते हैं और फूल की अगरबत्ती सल्फर फ्री और अन्य non-toxic धुएँ वाली होती है। साथ में यह अगरबत्ती चिकित्सकीय फायदे वाली भी होती है।

बासी फूलों की अगरबत्ती का बिजनेस कैसे शुरू करें?

(Basi phoolo ki agarbati ka vyapar kaise shuru kare?)

अब आते हैं मुख्य मुद्दे पर। फिलहाल बासी फूलों में से अगरबत्ती बनाने का बिजनेस और टेक्नोलॉजी बिल्कुल नया है। इसलिए आप यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो फूल कंपनी से आपको इसकी नॉलेज और टेक्निक सीखनी होगी। जिसमें वह आपको बासी फूलो से अगरबत्ती एवं खाद बनाने की प्रक्रिया सिखाएगे। यह तकनिक सिखने के बाद आपको फूल कंपनी से टेक्नोलॉजी लाइसेंस भी लेना होगा, जिसकी कीमत 5 लाख रुपये है और लाइसेंस के बाद आप और पैसे निवेश करके यह व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। आप अपना निवेश करके अपनी ब्रांड से ही यह बिजनेस शुरू कर सकते हैं। अगर आप यह बिजनेस में रुचि रखते हैं तो आप फुल कंपनी के ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर कांटेक्ट का फॉर्म भर के उनसे कांटेक्ट कर सकते हैं।

बासी फूलों के अगरबत्ती के व्यापार के लिए रजिस्ट्रेशन एवं लाइसेंस

(Basi phoolo ki agarbati ke vyapar ke liye registration aur licence)

सबसे आप पहले फुल कंपनी की टेक्नोलॉजी लाइसेंस लेंगे। बाद में अपनी ब्रांड के अगरबत्ती बनाने के लिए आप अपने एरिया और राज्य के नियमों के अनुसार अपनी ब्रांड का रजिस्ट्रेशन करेंगे और स्थानीय अथॉरिटी के साथ अपने बिजनेस का ट्रेड लाइसेंस लेना होगा।

आप अपने इस व्यापार को उद्योग आधार एवं एमएसएमई के तले रजिस्टर भी जरुर करे। इससे आपको बैंक लोन आसानी से और कम ब्याज पर भी मिल जाएगी और एमएसएमई अधिनियम के अनुसार आपको अन्य सुविधाएं भी मिल सकती है।

अगर आप इस बिजनेस से को भारत के बाहर भी एक्सपोर्ट करना चाहते हो तो आपको डायरेक्ट जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (डीजीएफटी) द्वारा आपको एक्सपोर्ट लाइसेंस या आईईसी नंबर भी लेना होगा।

प्रदूषण बोर्ड की मंजूरी: इस व्यापार में ज्यादातर ऑर्गेनिक तत्त्व का ही उपयोग होता है इसलिए प्रदूषण बोर्ड से मंजूरी या सहमति लेने की आवश्यकता नहीं है। फिर भी कोई भी लाइसेंस लेने के लिए और भी माहिती की जरूरत हो तो आप स्थानीय अधिकारियों से पूछताछ जरूर करें। इसके बाद ही कोई भी एक्शन ले।

बासी फूलों के व्यापार का प्रचार और मार्केट रिचर्स

(Basi phoolo ki agarbati ke vyapar ka prachar aur market research)

बासी फूलों के व्यापार कि बाजार में क्षमता: सबसे पहले आपको यह रिचर्स करना होगा कि बाजार में इस बिजनेस की डिमांड कितनी है। अगरबत्ती तो हर घर में उपयोग में ली जाती है। लेकिन जो बासी फूलों की अगरबत्ती है वह ऑर्गेनिक तो है ही लेकिन साथ में कॉमन अगरबत्ती से महंगी भी है। इसलिए इसके उपयोगकर्ता शुरू शुरू में आपको कम मिलेंगे। लेकिन जब आप इसके उपयोग से होने वाले फायदे लोगों को समझाओगे तो धीरे-धीरे लोग इस प्रोडक्ट को अपना लेगें और उपयोग में भी लेगें।

बासी फूलों के बिजनेस का प्रचार: इस बिजनेस के प्रचार का सबसे बड़ा माध्यम है सोशल मीडिया। आप यूट्यूब, व्हाट्सएप, फेसबुक और अन्य तरह से कैंपेन चला कर भी आप अपने बिजनेस का प्रचार कर सकते हैं और ऐसे प्रोडक्ट ज्यादातर ऑनलाइन बेचे जाते हैं।

बासी फूलों के बिजनेस में लाभ एवं नुकसान

(Basi phoolo ke business me labh aur nukshan)

लाभ और नुकसान हर व्यवसाय के साथ जुड़ा हुआ है और यह जोखिम तो आपको उठाना ही पड़ेगा। इसलिए अपना यह बिजनेस शुरू करने से पहले अपने व्यवसाय के बारे में पूरा रिचर्स जरूर करें कि इसमें कितना लाभ हो सकता है और कितना रिस्क है।

बासी फूलों के बिजनेस के लिए जगह

(Basi phoolo ke business ke liye jagah)

यह बिजनेस ज्यादातर ऑनलाइन ही होगा या फिर आप रिटेल निवेशकों को अपनी प्रोडक्ट सप्लाई करेगें। इसलिए आप कोई भी लोकेशन पसंद कर सकते हैं जहां पर पानी की अच्छी सुविधा हो, साथ में कुरियर की भी अच्छी सुविधा हो और आप आसानी से अपनी प्रोडक्ट सप्लाई कर सके।

रिटेल निवेशकों को प्रसिद्ध बड़े मंदिर के बाहर ही अपना स्टॉल लगाना ज्यादा फायदेमंद होगा। एक बार आप का ब्रांड प्रख्यात हो जाए तब आप किसी स्थानीय दुकान पर भी अपनी प्रोडक्ट्स सप्लाई कर सकते हैं।

बासी फूलों के बिजनेस के लिए पूंजी

(Basi phoolo ke business ke liye paise)

अगर आपके पास शुरुआती पूंजी नहीं है तो बैंक से लोन भी ले सकते हैं। अगर आपने एमएसएमई के अंतर्गत अपना बिजनेस रजिस्टर करवाया है तो बैंक लोन आपको कम ब्याज पर भी मिल सकती है।

बासी फूलों के बिजनेस के लिए कर्मचारी

(Basi phoolo ke business ke liye karmchari)

आप इस व्यवसाय के जरिए महिलाओं को रोजगार भी दे सकते हैं। इस व्यापार में अगरबत्तीयां हाथ से ही बनाई जाती है। इसलिए आपका व्यापार जितना बढ़ेगा उतना ही ज्यादा आप महिला कर्मचारी रख सकते हैं।

बासी फूलों के व्यापार के लिए मशीनरी

(Basi phoolo ke business ke liye machinary)

इस व्यापार में कम मशीनरी की आवश्यकता होती है। अगर आपका व्यापार ज्यादा होता है तो फूलों के सुखाने के बाद जो पाउडर बनता है उसे मिक्स करने के लिए मशीनरी की जरूरत हो सकती है, जो आप फुल कंपनी से संपर्क करके भी मंगा सकते हैं।

अगरबत्तीयां पैक करने की पैकेजिंग बॉक्स का ऑर्डर आप किसी भी पैकेजिंग व्यवसाय वाले को दे सकते हैं। वह रेडीमेड पैकेजिंग मैटेरियल आपके ब्रांड का नाम प्रिंट करके दे देंगे। अगर आपका बिजनेस बहुत ज्यादा बढ़ता है तो आप अपनी खुद की पैकेजिंग और प्रिंटिंग मशीनरी भी खरीद सकते हैं।

FAQs

फूलों से अगरबत्ती बनाने के लिए फूल कहां से इकट्ठे किए जाते हैं?

सभी पवित्र स्थल जैसे की मंदिर, नदियों की पूजा वगैरह स्थान से फूल इकट्ठे किए जाते हैं। हमारे लोगों की आस्था को ध्यान में रखते हुए किसी भी अंतिम यात्रा में उपयोग में लिए जाने वाले फूलों को इकट्ठा नहीं करना चाहिए और फूल कंपनी भी ऐसे फूलों को इकट्ठे नहीं करती हैं।

बासी फूलों की अगरबत्ती का बिजनेस शुरू करने के लिए कितना निवेश लगता है?

यह बिजनेस शुरू करने के लिए पहले आपको अगरबत्ती और खाद बनाने की प्रक्रिया सीखने के लिए आपको फुल कंपनी से टेक्नोलॉजी लाइसेंस लेना होगा। जिसका खर्चा या फीस 5 लाख रुपये है। यह टेक्नोलॉजी लाइसेंस लेने के बाद आपकी ब्रांड तले बिजनेस शुरू करने के लिए आप को शुरुआती 27 लाख रुपए तक की जरूरत होगी।

क्या मैं बासी फूलों की अगरबत्ती का बिजनेस बिना इन्वेस्टमेंट के शुरू कर सकता हूं?

फुल कंपनी इसके लिए एफिलिएट मार्केटिंग (Affiliate Marketing) भी करती है। जिसमें वह उनकी प्रॉडक्ट्स का प्रमोशन करने के लिए आपको 10% का कमीशन देती है। आप उनकी प्रोडक्ट को यूट्यूब, सोशल मीडिया, अपनी वेबसाइट वगैरह माध्यम से प्रमोट करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इसके लिए पहले आपको उनके एफिलिएट मार्केटिंग के लिए योग्य ठहरना होगा। आपको उनकी वेबसाइट पर जाकर कांटेक्ट में फॉर्म भरके एफिलिएट मार्केटिंग के लिए आवेदन या अनुरोध करना होगा। अगर वह आपके अनुरोध को स्वीकार करते हैं तो आप उनकी प्रोडक्ट की एफिलिएट मार्केटिंग (Phool affiliate programs) करके कमीशन कमा सकते हैं।

बासी फूलों से अगरबत्ती बनाने से पर्यावरण को क्या फायदा होता है?

जब बासी फूलो से बड़े-बड़े कचरे के ढेर बनते हैं या फिर ऐसे बासी फूलों को नदियों में बहा दिया जाता है तब इनसे पर्यावरण प्रदूषित होता है। लेकिन जब यही बासी फूलों से अगरबत्ती बनाई जाती है तो यही फूल रीयूज और रीसाइकिल होते हैं। फुल कंपनी के इंफॉर्मेशन के मुताबिक एक पैकेट फूलों से बनी अगरबत्ती से करीब 1.25 किलो बासी फूल कचरे के ढेर में जाने से बचते हैं और 3 महिलाओं को रोजगार प्राप्त होता है। मुझे लगता है कि अगर हम इस तरह से भी ऐसी ऑर्गेनिक अगरबत्ती का उपयोग करते हैं तो वह भी हमारी गंगा पूजा या धरती माँ की पूजा ही है।

मैं बासी फूलों से बनी ऑर्गेनिक अगरबत्ती कहां से खरीद सकता हूं?

आप बासी फूलों से बनी अगरबत्ती फुल कंपनी से खरीद सकते हैं या फिर ऑनलाइन अमेजॉन पर से भी खरीद सकते हैं। वहां पर फूल अगरबत्ती सर्च कीजिए और आपको फुल कंपनी की बहुत सारी अगरबत्ती दिखाई देगी। उसमें से आप मनपसंद अगरबत्ती खरीद सकते हैं।

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