एलआईसी आईपीओ 2022 आवेदन कैसे करें, जीएमपी, पॉजिटिव पॉइंट्स और नेगेटिव पॉइंट्स

All details of LIC IPO in Hindi. एलआईसी आईपीओ के लिए आवेदन कैसे करें, जीएमपी, पॉजिटिव पॉइंट्स और नेगेटिव पॉइंट्स

भारत सरकार डिसइनवेस्टमेंट टारगेट पूरा करने के लिए कई सरकारी कंपनियों में अपना हिस्सा बेच रही है। इसके एक हिस्से के रूप में, कई सरकारी कंपनी के स्टॉक ओएफएस के लिए होंगे और कुछ नए आईपीओ भी हैं जिनमें जनता निवेश कर सकती है। इनमें एक है एलआईसी कंपनी का आईपीओ जिस का पिछले 1 साल से ज्यादा समय से इंतजार है।

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एलआईसी के बारे में

एलआईसी, जीवन बीमा निगम भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है जिसे 1 सितंबर 1956 को संसद के अधिनियम द्वारा 243 कंपनियों के योगदान से स्थापित किया गया था जिसे बीमा अधिनियम 1956 के रूप में जाना जाता है। एलआईसी के पूरे भारत में कार्यालयों और नेटवर्क की एक विस्तृत श्रृंखला है। इन्शुरन्स एक्ट 1938, एलआईसी एक्ट 1956, एलआईसी रेगुलेशन 1959, और आईआरडीए जो इन्शुरन्स रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट ऑथोरिटी 1999 के तहत एलआईसी काम करती है।

LIC के पास 31 मार्च 2016 के आंकड़ों के अनुसार 8 क्षेत्रीय कार्यालयों, 113 डिविशनल कार्यालयों, 73 ग्राहक क्षेत्रों, 2048 पूरी तरह से कम्प्यूटरीकृत शाखा कार्यालयों, 1401 सॅटॅलाइट कार्यालयों और 1200 से अधिक मिनी कार्यालयों के साथ एक बड़ा ग्राहक आधार और नेटवर्क है। एलआईसी की 28 करोड़ सक्रिय पॉलिसियां ​​हैं जिन का सम एश्योर्ड के 45 लाख करोड़ रुपए के बराबर है। इन पॉलिसियों के जरिए एलआईसी को वित्त वर्ष 2018-2019 में सालाना प्रीमियम के 2 लाख करोड़ रुपये मिले। 31 मार्च 2019 तक, LIC का निवेश मूल्य लगभग 30 लाख करोड़ रुपये है।

एलआईसी आईपीओ को जुलाई 2021 के महीने में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा अनुमोदित किया गया है। जल्द ही आईपीओ की तारीख और विवरण की घोषणा की जाएगी और कहा जाता है कि यह 2022 की पहली छमाही में खुलेगा। एलआईसी आईपीओ के माध्यम से भारत सरकार करीबन 1 लाख करोड़ रुपये जुटाएगा।

एलआईसी कंपनी का मुख्य व्यवसाय

  • बीमा: एलआईसी अपना मुख्य राजस्व बीमा पॉलिसियों के प्रीमियम से उत्पन्न करता है और कई अन्य कंपनियों में निवेश करता है। एलआईसी प्रीमियम के मामले में 64% बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा जीवन बीमा प्रदाता है।
  • एसेट मैनेजमेंट: 39.56 लाख करोड़ रुपये के एयूएम के साथ, यह भारत की सबसे बड़ी एसेट मैनेजमेंट कंपनी बन गई है। यह राशि सभी भारतीय निजी जीवन बीमा कंपनियों के कुल एयूएम के 3.3 गुना से अधिक है।
  • इक्विटी बाजार: यह एनएसई के कुल बाजार पूंजीकरण के लगभग 4% के साथ इक्विटी बाजार में सबसे बड़ा निवेशक भी है।

एलआईसी के प्रमोटर

एलआईसी मुख्य रूप से एक सरकारी संगठन है। स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग के बाद कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी करीबन 5% कम हो जाएगी।

एलआईसी वित्तीय रिपोर्ट

सभी आंकड़े करोड़ में हैं।

Financial
Year
RevenueProfit
after Tax
EPS(₹)
मार्च 2019570809.572627.284.15
मार्च 2020645605.472710.484.29
मार्च 2021703709.452974.144.70
सितंबर 2021336972.921504.012.38

एलआईसी कंपनी आईपीओ के उद्देश्य

भारत सरकार कई सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों में विनिवेश लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कई आईपीओ ला रही है और एलआईसी उनमें से एक है।

एलआईसी आईपीओ की महत्वपूर्ण तिथियां

आईपीओ खुलने की तिथि04 May 2022
आईपीओ समापन तिथि09 May 2022
अलॉटमेंट तिथि12 May 2022
रिफंड की तिथि13 May 2022
डीमैट खाता में ट्रांसफर की तिथि16 May 2022
लिस्टिंग की तिथि17 May 2022

LIC IPO ki Price aur Lot size

इस आईपीओ की प्राइस रेट 902 से 949 रुपए प्रति शेयर रखी गई है।

मिनिमम आपको एक लोट के लिए अप्लाई करना होगा जिसमें 15 शेयर है। इसलिए कट-ऑफ प्राइस पर एक लॉट साइज में अप्लाई करने पर आपका निवेश ₹14235 होगा। वहीं पर महत्तम लोट साइज 13 है जिसमें महत्तम निवेश ₹185055 होगा।

अगर आप एलआईसी के पॉलिसीहोल्डर हो तो आपको प्रति शेयर ₹60 का डिस्काउंट मिलेगा। साथ में रिटेल और एंप्लोई के लिए प्रति शेयर ₹41 का डिस्काउंट भी रखा गया है।

आप इसमें एक पान कार्ड से दो एप्लीकेशन लगा सकते हो। जैसे की पॉलिसी होल्डर और रिटेल केटेगरी के लिए एक-एक एप्लीकेशन लगा सकते हो। या फिर पॉलिसी होल्डर और HNI कैटेगरी में एक-एक एप्लीकेशन लगा सकते हो।

LIC IPO me Reserve quota

यह शेयर बीएसई और एनएसई दोनों पर लिस्ट होगा। इसमें QIB के लिए 50%, रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए 35% और HNI कैटेगरी के लिए 15% कोटा रिज़र्व रखा गया है।

पॉजिटिव पॉइंट्स

कंपनी के कुछ सकारात्मक पोइन्ट्स निम्नलिखित हैं जिन्हें निवेश करने से पहले ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है।

  • एलआईसी भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है जो विभिन्न प्रकार की बीमा पॉलिसी प्रदान करती है और भारी प्रीमियम राशि उत्पन्न करती है।
  • विभिन्न कंपनियों में विविध निवेश पोर्टफोलियो।
  • LIC प्रीमियम के मामले में विश्व स्तर पर पांचवें और कुल एसेट के मामले में दसवें स्थान पर है।
  • FY19 और FY21 में कंपनी ने 13.5% के CAGR से अपना ग्रोथ करा है।

नेगेटिव पॉइंट्स

अगर आप इस आईपीओ में निवेश करना चाहते हैं, तो इसके कुछ नकारात्मक पोइन्ट्स भी हैं, जिन्हें ध्यान में रखना जरूरी हो जाता है।

  • कोविड महामारी के चलते FY19 की तुलना में FY22 के पहले नौ महीनों में डेथ क्लेम सेटलमेंट की संख्या में वृद्धि हुई है।
  • FY21 की तुलना में FY22 में कंपनी का मार्केट शेयर 66.2% से टूटकर 61.4% रह गया है।
  • कंपनी का पूरा कारोबार वयक्तिक एजेंटों पर निर्भर है। ऐसे में कंपनी नए एजेंट नहीं ला सकती या पुराने एजेंट को नहीं संभाल सकती तो उसका कंपनी के बिजनेस पर असर पड़ेगा।
  • लॉक डाउन की वजह से कंपनी के बिजनेस को बहुत असर पड़ा है। क्योंकि एजेंट एलआईसी की प्रोडक्ट बेच नहीं पा रहे थे।
  • जीवन बीमा सेक्टर में प्राइवेट कंपनियां जैसे कि एचडीएफसी लाइफ और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस अपना मार्केट शेयर तेजी से बढ़ाकर एलआईसी को भारी कंपटीशन दे रही है।
  • भारत सरकार ने एलआईसी में विदेशी निवेश की लिमिट को बढ़ा दिया है जिससे एलआईसी के मार्केट शेयर में प्रभाव पड़ सकता है।

एलआईसी आईपीओ के लाभ

एलआईसी के आईपीओ से बहुत सारे लोगों को लाभ होने वाला है।

(1) भारतीय लोगो के लिए फायदेमंद

एलआईसी में सरकार अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच कर पैसे इकट्ठे करेगी। इन पैसों का इस्तेमाल इकोनॉमी के विकास लिए, सरकारी योजनाओं के लिए, इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने में एवं अन्य विकास योजनाओ के लिए उपयोग में लेगी। इससे हम सबका फ़ायदा होगा।

(2) भारत सरकार के लिए फायदेमंद

एलआईसी का आईपीओ भारत सरकार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस साल सरकार अपना सरकारी कंपनियों में विनिवेश टारगेट पूरा करके 78 हजार करोड़ रुपये इकट्ठे करना चाहती थी। लेकिन अभी तक इस लक्ष्य से सरकार बहुत दूर है। अभी तक सरकार डिसइन्वेस्टमेंट करके सिर्फ 12 हजार करोड़ रुपये ही जुटा पाई है। सरकार एलआईसी में अपना 5% हिस्सा बेचकर और 65 हजार करोड़ रुपये जुटाएगी। इससे सरकार अपने डिसइन्वेस्टमेंट टारगेट के नजदीक पहुंचेगी। एक बार एलआईसी जब स्टॉक मार्केट पर लिस्ट हो जाएगी तब बाद में सरकार कभी भी एलआईसी में अपनी हिस्सेदारी जरूरत पड़ने पर कम कर सकती है।

(3) स्टॉक मार्केट निवेशकों के लिए फायदेमंद

एलआईसी भारत की सबसे पुरानी, बड़ी और विश्वसनीय कंपनी है। एलआईसी का आईपीओ बहुत बड़ा है। साथ में एलआईसी पॉलिसी होल्डर को आईपीओ के इश्यू में 10% का कोटा रिजर्व है। भारत के हर घर में कम से कम एक के पास एलआईसी की पॉलिसी तो होगी ही। इसलिए उन सबको एलआईसी के आईपीओ में अप्लाई करने के लिए डिमैट अकाउंट खुलवाना जरूरी है। इससे स्टॉक मार्केट में बहुत सारे नए निवेशक भी जुड़ेंगे और स्टॉक मार्केट में फायदा रहेगा। इसलिए यह आईपीओ सब के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

एलआईसी आईपीओ अप्लाई करें या ना करें?

अब मुख्य बात पर आते हैं कि इस आईपीओ के लिए आवेदन करना है या नहीं। मैंने यहां इस आईपीओ और कंपनी के बारे में लगभग सभी चीजों का उल्लेख किया है। अब आपको तय करना है कि क्या करना है।

एलआईसी अपने बीमा क्षेत्र में अग्रणी कंपनी है। लेकिन कोई भी स्टॉक शॉर्ट टर्म में के लिए कैसा परफॉर्म करता है वह उसकी डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करता है। एलआईसी पर का आईपीओ बहुत बड़ी साइज का है। इसमें जिसने सब्सक्रिप्शन लेना है या फिर इसे भी खरीदना है उसने पहले से ही ले लिया होता है। उनकी इच्छा पूरी हो गई होती है। साथ में कुछ इन्वेस्टर प्रॉफिट बुकिंग भी कर रहे होते हैं। इसलिए इतनी बड़ी साइज का आईपीओ सेकेंडरी मार्केट में लिस्ट होने के बाद कुछ महीनो तक प्रेशर में रह सकता है। ऐसा ही प्रेशर एलआईसी के स्टॉक पर होगा कि नहीं वह लिस्टिंग के बाद ही पता चलेगा।

बाकी इसके अच्छे और बुरे दोनों पॉइंट्स का मैंने ऊपर विवरण किया है। इसलिए आप इसमें आपका पर्सनल निर्णय लेकर अप्लाई करना है कि नहीं वह सोच लीजिए।

एलआईसी आईपीओ के लिए आवेदन कैसे करें?

एलआईसी आईपीओ के लिए आवेदन करने के लिए आपको सेबी पंजीकृत ज़ेरोधा, अपस्टॉक्स जैसी ब्रोकरेज कंपनियों में से किसी एक के साथ डीमैट खाते की आवश्यकता है और किसी भी सपोर्टेड यूपीआई ऐप जैसे भीम ऐप, गूगल पे, पेटीएम इत्यादि की भी जरुरत होगी। यहां मैं आपको इस बारे में मार्गदर्शन कर रहा हूं कि आप इस आईपीओ के लिए ज़ेरोधा और भीम ऐप के माध्यम से कैसे आवेदन कर सकते हैं। मुख्य रूप से 2 स्टेप होते हैं।

स्टेप 1: ज़ेरोधा में आईपीओ के लिए अप्लाई करना

सबसे पहले ज़ेरोधा कंसोल में लॉगिन करें। पोर्टफोलियो सेक्शन में आईपीओ लिंक पर जाएं। यहां आपको सभी खुले आईपीओ दिखाई देंगे जिनके लिए आप आवेदन कर सकते हैं। एलआईसी आईपीओ के लिए आवेदन करने के लिए Apply पर क्लिक करें। अपनी UPI आईडी और अन्य सभी विवरण जोड़ें जैसे की लॉट साइज जिसके लिए आप आवेदन करना चाहते हैं, मूल्य जोड़ें (आमतौर पर मैं कट-ऑफ ही लगाता हूं), शर्तें स्वीकार करें और सबमिट बटन पर क्लिक करें। आवेदन सफलतापूर्वक जमा होने पर एक पॉप-अप संदेश दिखाया जाएगा।

स्टेप 2: भीम ऐप पर मैंडेट स्वीकार करें

ज़ेरोधा पर सफलतापूर्वक आवेदन जमा करने के बाद, आपको एक मैंडेट संदेश प्राप्त होगा जिसमें कहा जाएगा कि आईपीओ का अनुरोध प्राप्त हुआ था। भीम एप को ओपन करें। आईपीओ सेक्शन में जाएं। अपना लेनदेन पिन दर्ज करके मैंडेट स्वीकार करें। इस कदम की सफलता पर, इस आईपीओ के लिए आपकी राशि आपके लिंक किए गए बैंक खाते में ब्लॉक कर दी गई है। यदि आपको अलॉटमेंट प्राप्त नहीं होगा, तो यह ब्लॉक हुई राशि रिलीज़ कर दी जाएगी।

एलआईसी आईपीओ अलॉटमेंट स्टेटस

आप इस आईपीओ के लिए अपने अलॉटमेंट स्टेटस बीएसई की वेबसाइट या रजिस्ट्रार की वेबसाइट पर देख सकते हैं। एलआईसी आईपीओ के आधिकारिक रजिस्ट्रार Kfintech है। लिंक नीचे दिए गए हैं।

बीएसई पर एलआईसी आईपीओ आवंटन स्थिति की जांच करें

Kfintech पर एलआईसी आईपीओ आवंटन स्थिति की जांच करें

एलआईसी आईपीओ का जीएमपी

जल्द ही अपडेट करें

FAQs

एलआईसी का नारा क्या है?

एलआईसी कंपनी के लोगो में ‘योगक्षेमं वहाम्यहं’ का नारा शामिल है, जो देवनागरी लिपि में लिखा गया है।

क्या एलआईसी पॉलिसीधारकों के लिए कोई कोटा है?

हां। एलआईसी आईपीओ के लिए पॉलिसीधारक कोटा पेश किया गया है और जिनके पास एलआईसी की कम से कम एक पॉलिसी है, उन्हें एलआईसी पॉलिसीधारक माना जाता है। इन पॉलिसीधारकों के लिए, इश्यू का 10% आरक्षित है।

पॉलिसीधारक कोटा के तहत आवेदन करने के लिए पात्रता मानदंड क्या हैं?

पॉलिसीधारक श्रेणी या कोटा के तहत आवेदन करने के योग्य होने के लिए निम्नलिखित दो मानदंड हैं।
1. आपको एलआईसी रिकॉर्ड में अपने पैन कार्ड के साथ अपडेट होना चाहिए। साथ ही, जब भी आवश्यक हो अपना पता अपडेट करें।
2. आपके पास उसी पैन नंबर के तहत एक डीमैट खाता होना चाहिए।

कैसे जांचें कि मेरा पैन कार्ड मेरी एलआईसी पॉलिसी से जुड़ा है या नहीं?

आपका पैन कार्ड आपकी एलआईसी पॉलिसी से जुड़ा है या नहीं यह जांचने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें।
1. आपका पैन लिंक है या नहीं, यह जांचने के लिए इस आधिकारिक एलआईसी पेज पर जाएं।
2. अपना पॉलिसी नंबर, जन्म तिथि, पैन कार्ड नंबर दर्ज करें, दिए गए फ़ील्ड में कैप्चा भरें और सबमिट बटन दबाएं।
सबमिट बटन पर क्लिक करने के बाद, आपको उस पेज पर भेज दिया जाएगा जहां आपको अपनी स्थिति मिलेगी कि आपका पैन आपकी एलआईसी पॉलिसी से जुड़ा हुआ है या नहीं।

पैन कार्ड को एलआईसी पॉलिसी से कैसे लिंक करें?

अपने पैन को अपनी एलआईसी पॉलिसी से जोड़ने के लिए निम्नलिखित चरण का पालन करें।
1. एलआईसी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और “ऑनलाइन पैन पंजीकरण” लिंक पर क्लिक करें।
2. अगले पृष्ठ पर ऑनलाइन पंजीकरण के साथ आगे बढ़ने के लिए आपको यहां पूछे गए सभी विवरण दर्ज करने होंगे जैसे जन्म तिथि, जेंडर, ईमेल आईडी, पैन नंबर, पैन के अनुसार पूरा नाम, मोबाइल नंबर और पॉलिसी नंबर ( यदि आपके पास एक से अधिक पॉलिसी हैं तो सभी पॉलिसी नंबर जोड़ें), कैप्चा दर्ज करें और सहमति चेकबॉक्स को स्वीकार करने के बाद “ओटीपी प्राप्त करें” बटन पर क्लिक करें।
3. अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर प्राप्त हुआ ओटीपी डालें और “सबमिट” बटन पर क्लिक करें। पैन कार्ड के सफल ऑनलाइन पंजीकरण पर एक संदेश दिखाया जाएगा।

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अस्वीकरण: यहां दी गई जानकारी मेरी निजी राय है और केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए दी गई है। इसलिए, कोई भी कदम उठाने से पहले या निवेश करने से पहले, कृपया अपने पेशेवर वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। यह वेबसाइट और इसके मालिक आपको हुए किसी भी प्रकार की हानि या लाभ के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।

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