McDonald’s kaise kamata hai? Kya hoga agar uska burger ka sale pura kam ho jaye.
मैकडॉनल्ड्स के फास्ट फूड आइटम हैम्बर्गर, चीज़बर्गर और फ्रेंच फ्राइज़ बहुत ही पसंद किए जाते हैं। यह दुनिया भर में नंबर वन फास्ट-फूड रेस्टोरेंट चैन है और 100 से अधिक देशों में 38000 से अधिक आउटलेट संचालित करती है और 70 मिलियन से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करती है।
यह इतनी बड़ी बर्गर कंपनी है। ज़रा सोचिए कि दुनिया भर के सभी मैकडॉनल्ड्स आउटलेट्स पर बर्गर की बिक्री 50% तक कम हो जाती है, तो इसके रेवेन्यू का क्या होगा?
आप सोचेंगे कि इसका रेवेन्यू घटकर 50% हो जाएगा। नहीं, इसके राजस्व में इतनी बड़ी गिरावट नहीं होगी। क्योंकि मैकडॉनल्ड्स बर्गर या फास्ट फूड कंपनी नहीं है, यह एक रियल एस्टेट कंपनी है। ससरप्राइज हो गए? आइए इसे समझते हैं।
मैकडॉनल्ड्स क्या है?
रिचर्ड और मौरिस मैकडॉनल्ड ने 1940 में एक फास्ट-फूड कंपनी की स्थापना की और इसका नाम मैकडॉनल्ड्स रखा। 1955 में रे क्रोक एक फ्रेंचाइजी एजेंट के रूप में कंपनी में शामिल हुए और बाद में 1961 में उन्होंने कंपनी का अधिग्रहण कर लिया। 100 से अधिक देशों में वे फ्रेंचाइजी श्रृंखलाओं के माध्यम से अपने फास्ट फूड आइटम परोसते हैं। यहाँ पर मैकडॉनल्ड्स का ऑनलाइन स्टोर देखें।
मैकडॉनल्ड्स का बिजनेस मॉडल और राजस्व का स्रोत
अब आप सोच सकते हैं कि मैकडॉनल्ड्स फास्ट फूड बेचने से अपना बड़ा राजस्व कमाता है। लेकिन हकीकत यह है कि इसका बड़ा राजस्व उस फ्रेंचाइजी के किराए से आता है।
किसी को भी अपनी फ्रैंचाइज़ी देने से पहले, मैकडॉनल्ड्स उस जमीन को खरीदता है। फिर उसके बाद फ्रेंचाइजी के लिए उस जमीन को लीज या किराए पर देती है। मैकडॉनल्ड्स की फ्रैंचाइज़ी लेने वाला व्यक्ति आउटलेट चलाता है और लाभ कमाता है। वह मैकडॉनल्ड्स को रॉयल्टी के साथ-साथ संपत्ति के किराए का भी भुगतान करता है।
मैकडॉनल्ड्स ने यह क्लॉज़ भी डाला कि अगर संपत्ति का मूल्य बढ़ता है, तो किराया भी बढ़ेगा। ऐसे में अगर फास्ट फूड सेलिंग का रेवेन्यू काफी कम हो जाता है तो मैकडॉनल्ड्स की कमाई में कोई कमी नहीं आएगी। क्योंकि इसकी किराये की कमाई से मैकडॉनल्ड्स के लिए आय होती रहेगी।
रे क्रोक, जिन्होंने 1961 में मैकडॉनल्ड्स खरीदा था, एक समय भारी कर्ज में थे और उन्हें अपना घर भी गिरवी रखना पड़ा क्योंकि वह बहुत तेजी से कंपनी का विस्तार कर रहे थे। उस समय एक चतुर वकील ने उनसे कहा कि तुम बर्गर बेचने के धंधे में नहीं हो, बल्कि संपत्ति बेचने के धंधे में हो।
संपत्ति का किराया और किराये की आय 2010 से 2021 की अवधि में 30% बढ़ी। 2005 में इसका राजस्व 19117 मिलियन अमरीकी डालर था जो 2019 में बढ़कर 21077 मिलियन अमरीकी डालर हो गया। जबकि इसकी कुल संपत्ति 2005 से 2019 तक 30000 मिलियन अमरीकी डालर से बढ़कर 48000 अमरीकी डालर हो गई।
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मैकडॉनल्ड्स के कर्मचारी
संयुक्त राज्य में, आठ श्रमिकों में से लगभग एक ने अपने जीवन में कभी न कभी मैकडॉनल्ड्स के साथ काम किया है। कंपनी अपने कर्मचारियों की भी परवाह करती है।
2001 में एरिक श्लॉसर द्वारा लिखित पुस्तक फास्ट फूड नेशन में उन्होंने उल्लेख किया है कि कंपनी अपने कर्मचारिओं के स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करने के लिए वर्ष में दो छुट्टियां प्रदान करती है, चर्च की सेवाओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती है, और काम के दौरान अपना पसंदीदा गीत गाकर अपने तनाव को दूर करने का तरीका बताती है।
FAQs
मैकडॉनल्ड्स पर आधारित फिल्म का नाम क्या है?
द फाउंडर (The Founder)। यह नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है।
क्या मैकडॉनल्ड्स ब्रदर्स जीवित है?
मैकडॉनल्ड्स कंपनी के संस्थापक मैकडॉनल्ड्स ब्रदर्स नहीं रहे। रिचर्ड मैकडॉनल्ड्स की मृत्यु 14 जुलाई 1998 को हार्ट फेलियर से हुई और मौरिस मैकडॉनल्ड्स की भी 11 दिसंबर 1902 को हार्ट फेलियर से मृत्यु हो गई।
मैकडॉनल्ड्स में किस प्रकार के रेस्तरां हैं?
मैकडॉनल्ड्स के पास मैकड्राइव, मैककैफे, क्रिएट योर टेस्ट रेस्तरां, मैकएक्सप्रेस, मैकडॉनल्ड्स प्लेप्लेस जैसी सेवाओं के विभिन्न उद्देश्यों के लिए विभिन्न प्रकार के रेस्तरां हैं।
क्या मैकडॉनल्ड्स कोई चैरिटी करता है?
मैकडॉनल्ड्स मैकहैप्पी डे, मैकडॉनल्ड्स मोनोपॉली डोनेशन और मैकरिफ्यूजी के माध्यम से चैरिटी भी करता है।
क्या मैकडॉनल्ड्स फास्ट फूड आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा है?
मैकडॉनल्ड्स अपने हैमबर्गर, फ्रेंच फ्राइज़, चीज़बर्गर के लिए प्रसिद्ध है और वे चिकन उत्पाद, ब्रेकफास्ट फूड्स, कोल्ड ड्रिंक्स, डेसर्ट और wraps भी परोसते हैं। लेकिन बदलते समय पर उनके द्वारा परोसे जाने वाले खाद्य पदार्थों की अस्वस्थता से नकारात्मक प्रतिक्रिया के कारण, उन्होंने सलाद, मछली, फल और स्मूदी भी परोसना शुरू कर दिया।
क्या मैकडॉनल्ड्स का सभी देशों में एक जैसा मेनू है?
मैकडॉनल्ड्स विभिन्न देशो की स्थिति, धार्मिक मान्यताओं और किसी विशेष देश के लोगों की पसंद और नापसंद के अनुसार अलग-अलग मेनू आइटम परोसता हैं। वे उसके हिसाब से मेन्यू और खाने-पीने की चीजों में बदलाव करते हैं।
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