NSE की प्रमुख दोषी चित्रा रामकृष्ण का क्या हुआ?

चित्रा रामकृष्णा जो 2013से NSE की सीईओ रह चुकी है उस पर NSE में हेरफेर और घोटाला करने का आरोप है। इसके चलते उसे २४ फरवरी को गिरफ्तार कर लिया गया था।

उसने NSE की कई सीक्रेट जानकारियां किसी अज्ञात हिमालय के योगी के साथ साजा की थी। इसकी जांच अब सीबीआई कर रही है।

सीबीआई ने स्टॉक मार्केट एक्सचेंज के कंप्यूटर सर्वर से स्टॉक ब्रोकरो को महत्वपूर्ण इनफार्मेशन लीक होने के आरोपों की जांच कर रही है। सीबीआई ने इसे "कॉ-लोकेशन स्कैम" का नाम दिया है।

गिरफ्तार होने के बाद चित्रा ने याचिका दायर करके जमानत की मांग की थी।

लेकिन सीबीआई ने इसका विरोध करके कहा कि अभी उनके विदेश यात्राओं और अन्य मामलों की जांच अभी भी जारी है। इसलिए उसे न्यायिक हिरासत में रखा जाए। इसीलिए अदालत ने उसकी जेल कस्टडी को मंजूरी दे दी है।

जेल में जाने के बाद चित्रा ने घर का खाना और अन्य सुविधाओं के लिए भी अनुरोध किया था।

लेकिन कोर्ट न्यायधीश संजीव अग्रवाल ने यह करके मना कर दिया कि "हर कैदी एक जैसा होता है। वह जो रही है उसकी वजह से वह VIP कैदी नहीं हो सकती। नियमों को बदला नहीं जा सकता।"

इसलिए उसे घर का भोजन नहीं मिलेगा। हालांकि अदालत ने उन्हें एक प्रार्थना पुस्तक, हनुमान चालीसा और भगवद गीता जेल के अंदर ले जाने की अनुमति दी है।

सीबीआई द्वारा इस केस की जांच अभी भी जारी है। NSE Scam की अधिक जानकारी के लिए