स्टॉक मार्केट में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। लेकिन कुछ ऐसे डाउनट्रेंड या करेक्शन आते हैं जिसमें मार्केट बहुत गिर जाता है और निवेशक खासकर छोटे छोटे निवेशक डर कर अपना पैसा लॉस करके भी निकालने लगते हैं।
1929 का The Great Crash
इस क्रैश की शुरुआत नवंबर 1929 में होती है। पहले 15 दिन में ही डाउ जॉन्स 50% टूट जाता है। स्टॉक मार्केट का यह क्रैश अप्रैल 1932 तक शुरू रहता है।
1932 में डाउ जॉन्स की वैल्यू रह जाती है सिर्फ 41 पॉइंट्स। यह क्रैश 89% का था।
1987 का The Black Monday crash
अक्टूबर 19, 1987 सोमवार के दिन US स्टॉक मार्केट में 22.6% की गिरावट होती है और मार्केट 508 पॉइंट्स टूट जाता है। पूरे अक्टूबर महीने में टोटल 769 पॉइंट की गिरावट होती है।
Dot Com Bubble crash
1995 में Nasdaq की वैल्यू चल रही थी 1000 पॉइंट्स के आसपास। जो बढ़ते बढ़ते 2000 में करीबन 5000 के ऊपर चली जाती है।
डॉट कॉम बबल बर्स्ट में Nasdaq में 75% का बहुत बड़ा क्रैश आता है और उनकी वैल्यू रह जाती है सिर्फ 1100 तक की।
2008 का Financial Crisis
हममें से बहुत सारे लोगों ने साल 2008 का स्टॉक मार्केट क्रैश और फाइनैंशल क्राइसिस देखा होगा। इसके बीज 2000 में डॉट कॉम बबल बर्स्ट के बाद ही बोए गए थे।
इस फाइनैंशल क्राइसिस में एक ही दिन में मार्केट 770 पॉइंट्स से ज्यादा टूट गया था।
2020 का Pandemic crash
2020 में आए कोरोना पैंडेमिक ने जो तबाही मचाई उसका लाइव उदाहरण हम सब है।
पूरे विश्व के सभी स्टॉक मार्केट में करीबन 50% का क्रैश 2020 के पैंडेमिक की वजह से हुआ।
भारत का निफ्टी भी जो 12000 पॉइंट के ऊपर था वह टूटकर 7000 पॉइंट पर आ गया था।
पिछली बार चीनी मार्केट क्रैश कब हुआ था क्या आपको यह पता है?