हरिओम पाइप आईपीओ कैसा है?

हरिओम पाइप आईपीओ की स्ट्रेंथ

अलग अलग उत्पाद बनाने की क्षमता से कंपनी को विविध ग्राहक मिलते है। जैसे ग्राहक की डिमांड वैसी प्रोडक्ट कंपनी बनाकर देती है।

विशिष्ट मोटाई, लंबाई, गुणवत्ता और मांग वाले स्टील के उत्पादों की एक श्रृंखला बनाती है।

अनुभवी प्रमोटर और वरिष्ठ मैनेजमेंट टीम है।

महामारी से प्रभावित होने के बावजूद भी कंपनी ने FY19और FY21में अपना प्रॉफिट बनाकर एक मजबूत ट्रैक रिकॉर्ड साबित किया है।

हरिओम पाइप आईपीओ के रिस्क

फाइनेंसियल ईयर 2022 के पहले छह महीनों में कुल रेवेन्यू का लगभग 62% इसके टॉप 10ग्राहकों से आया।

यह एक साइक्लिकल इंडस्ट्री है। यानि की अगर अर्थव्यवस्था में मंदी आती है तो इसके उत्पादों की मांग में भी कमी आ सकती है।

इसके घरेलू कॉम्पिटिटर्स जैस की एपीएल अपोलो ट्यूब्स और हाई-टेक पाइप्स के साथ-साथ बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों से भी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है।

दक्षिण भारत में इसके विनिर्माण इकाइयों की सघनता है। इसीलिए यदि क्षेत्रीय मंदी और प्राकृतिक आपदाएँ आती है तो इसके व्यवसाय पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं।

Hariom Pipe IPO me Apply karna chahiye ya nahi?

भारत में तेजी से औद्योगीकरण और शहरीकरण के साथ-साथ बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर में निजी और सरकारी निवेश में वृद्धि से इस कंपनी के उत्पादों की मांग बढ़ने की उम्मीद है।

इस क्षेत्र में प्रमुख खिलाड़ियों में से एक होने के नाते और जिस तरह से सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को प्रोत्साहित कर रही है इससे हरिओम पाइप इंडस्ट्रीज को लाभ होने की संभावना है।

इसके फाइनेंसियल अच्छे दिख रहे है। बाकि सब स्ट्रेंथ और इस के रिस्क मैंने ऊपर बता दिए है। आप भी वित्तीय सलाहकार से सलाह लेकर और अपनी तरफ से रिसर्च करके के तय करिये की आपको इस आईपीओ में अप्लाई करना है या नहीं।

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