सरल शब्दों में कहें तो करेंट एसेट्स किसी भी कंपनी की बैलेंस शीट पर मौजूद सभी एसेट्स में से एक ऐसा एसेट हैं जिन्हें एक वर्ष के भीतर नकद में परिवर्तित किया जा सकता है।
किसी भी कंपनी के लिए, करेंट एसेट्स बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिन-प्रतिदिन के खर्चों के लिए वर्किंग कैपिटल प्रदान करती है।
अवेलेबल कैश जिसमें विदेशी मुद्रा भी शामिल हो सकती है, शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट, प्रीपेड एक्सपेंस, मार्केटेबल सिक्योरिटीज, लिक्विड एसेट्स और इन्वेंटरीज आदि करेंट एसेट्स के उदाहरण हो सकते हैं।
इन एसेट्स को सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी की बैलेंस शीट पर करेंट एसेट्स के अकाउंट में सूचीबद्ध किया गया है, जो हर एक इंडस्ट्रीज में अलग अलग हो सकते हैं।
इसी तरह किसी भी कंपनी की बैलेंस शीट में नॉन-करेंट एसेट्स भी होते हैं जिसे आसानी से कैश में कनवर्ट नही किया जा सकता।
प्रॉपर्टीज, प्लांट, बिल्डिंग्स, फैसिलिटी, इलिक्विड इन्वेस्टमेंट, इक्विपमेंट्स आदि नॉन-करेंट एसेट्स के उदाहरण है।
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